उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में फार्मा क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ हैं। फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री पॉलिसी सबसे अच्छी पॉलिसी है। प्रदेश में फार्मा के व्यवसाय को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के लिए युवाओं को टेक्निकल रुप से स्ट्रांग बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों की स्थापना के लिए हर संभव मदद करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने बायोटेक पार्क विकसित करने की जानकारी ली। बैठक में सदस्यों ने इंडस्ट्रीज को पाल्यूशन फ्री जोन बनाने, फाइटो मेडिसिन डेव्लप करने, फार्मास्यूटिकल के लिए मेघनगर के पास नया एरिया डेव्लप करने का सुझाव दिया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय संजय कुमार शुक्ला, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग राघवेमद्र कुमार सिंह और इंडियन ड्रग मेन्यूफेक्चरिंग एसोसिएशन के ओम जैन, नरेश भंडारी, परेश चावला, डॉ. दर्शन कटारिया, अजय सिंह, मनीष शर्मा उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जिन क्षेत्रों में शासकीय शिक्षण संस्थान नहीं हैं वहां निजी विद्यालय की स्थापना को प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीपीपी मोड पर विद्यालयों के संचालन को प्रोत्साहित किया जाएं। बैठक में बताया गया कि राइट-टू-एजुकेशन में विभिन्न शिक्षण सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। शिक्षा सचिव डॉ. संजय गोयल ने बताया कि सीएम राइज विद्यालयों के प्रथम चरण में विद्यालयों के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं।