उज्जैन | हमें अपनी संतानों को अपने घर में ही सनातन संस्कृति की शिक्षा, स्कूली शिक्षा के साथ देना चाहिए। अपने बच्चों को सुबह उठते ही अपने माता-पिता, गुरु और ईश्वर को प्रणाम करना सिखाएं। यह उद्गार साध्वी डॉ. विश्वेशरी देवी ने ऋषिनगर के भारत माता उद्यान में रामकथा में व्यक्त किए। उन्होंने राजा दशरथ के चारों पुत्रों के नामकरण और नामों की महिमा पर प्रकाश डाला। आस्था युवा मंच के संयोजक अमित मिश्रा ने बताया कि राम कथा में जजमान निर्मला–ललितकुमार शर्मा, रोहित शर्मा है।कथा शाम 4से 7 बजे तक, 7 अप्रैल तक होगी।

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