उज्जैन। महाकाल मंदिर के 4 नंबर गेट से महाकाल घाटी से लेकर हरसिद्धी चौराहे तक गुमटियों को निगम एवं महाकाल प्रशासन द्वारा हटा दिया गया। अब उनकी जगह निगम के नाम से लोहे की गुमटियां संचालित की जा रही है। हाथ ठेला एवं फुटपाथ व्यापारियों ने भी यहां दुकानें लगाने की अनुमति मांगी है। संजय सिंह चौहान के अनुसार कई वर्षों से सड़क पर बैठकर पथविक्रेता व्यापार कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। 2022 से इन दुकानदारों को हटा दिया गया। लेकिन अब नगर निगम के नाम से लोहे की गुमटियां संचालित की जा रही है। चौहान ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी चाही तो सहायक आयुक्त ने लिखित में दिया कि निगम द्वारा किसी भी तरह की गुमटियों का संचालन नहीं किया जा रहा। हाथठेला एवं फुटपाथ व्यापारी संघ सदस्यों ने निगम कार्यालय पहुंचकर निगमायुक्त से मांग की कि महाकाल मंदिर क्षेत्र से गुमटियां हटाई जाए। हमें भी रोजी रोटी के लिए दुकानें लगाने दी जाए। भारतीय मजदूर संघ जिला अध्यक्ष किशन सिंह शेखावत, कालूराम चौहान, रविद्र कार्तिकेय, राम कुमार सोनी, अर्जुन कहार, राजपाल सिंह सोलंकी, जितेन्द्र कहार, सुमित्रा चौहान, श्याम कहार, मंजू चौहान, बरखा कटारिया आदि ने निगमायुक्त से गंभीरता से ध्यान देते हुए मजदुर हितों में स्वतंत्र व्यापार करने की अनुमति के आदेश देने की मांग की।