उज्जैन। बड़नगर रोड़ पर बाबा धाम मंदिर में कथा में मंगलवार को श्रीराम को राज्याभिषेक होते-होते वनवास हो गया। राम सरयु किनारे सभी को सोता छोड़ लखन और सीता के साथ वन को निकल गए। केवट से मदद मांगनी पड़ी। वहीं राम-भरत मिलाप के प्रसंग ने सभी को भाव विभोर कर दिया। महामंडलेश्वर गुरू मां आनंदमई ने श्रीराम कथा में नशा त्यागने का आह्नान किया। गुरु मां ने कहा दो जगह बहुत भीड़ है। सिगरेट तंबाकू से शरीर अंदर से सड़ जाता है। फिर डॉक्टर के चक्कर काटकर परेशान होते हैं। मां बेटी को कंट्रोल करे, पिता बेटे को कंट्रोल करे। गुरु मां ने कहा राजस्थान में हमने 1 लाख लोगों का नशा छुड़ाया। गुरु मां ने कहा बच्चों को जब जहां जरूरत है हम दें। बच्चे को संस्कार दें। बुढ़ापे में चाहिए कि सबसे पहले अपना स्वास्थ्य ठीक रखें। बाबा धाम मंदिर सचिव महंत आदित्य पुरी ने बताया कि कथा के मुख्य यजमान स्वयं हनुमान हैं। भक्तों को 7 अगस्त तक प्रतिदिन दोपहर 1 से 4 बजे तक श्रीराम कथा का रसपान गुरु मां कराएंगी।