उज्जैन। आशा कर्मचारियों को ईपीएफओ एवं ईएसआईसी में लाया जाए। आशा कार्यकर्ताओं को सामाजिक सुरक्षा के तहत रू. 18 हजार रु. प्रतिमाह न्यूनतम वेतन दें एवं उन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित कर पेंशन और बीमा का लाभ दिया जाए। कार्य के दौरान दुर्घटना अथवा मृत्यु होने पर 5 लाख रूपए मुआवजा देने की की मांग सहित 9 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन आशा एवं सहयोगिनी कार्यकर्ता महासंघ के बैनर तले दिया गया। महासंघ की प्रदेश महामंत्री सुमन पटेल ने बताया कि जिले में कार्यरत आशा कर्मियों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं व उसके एवज में प्राप्त होने वाले अल्प प्रोत्साहन तथा मान धन सहित अनेक न्यायोचित मांगों पर ध्यान आकर्षण करने के लिए कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया गया। धरना के दौरान भजन गाए व ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी मातृशक्तियों का सम्मान भी किया।