उज्जैन। महाकाल मंदिर में बाहरी पुरोहित एवं संतों का गर्भगृह में जल चढ़ाने का समय निर्धारित होना चाहिए। इनका समय सुबह 6 से 7 बजे तक निर्धारित किया जाना चाहिए। बाहरी पुरोहित एवं कुछ संतों को एक घंटे का समय जल चढ़ाने का निर्धारित किया जाए। बाहरी पुरोहित एवं संतों के असमय आने के कारण पुजारियों पर आरोप लगते हैं। मंदिर समिति ने पुजारी एवं पुरोहित परिवार की महिलाओं का जल चढ़ाने का समय 15 दिन में एक बार प्रदोष पर सुबह एक घंटा निर्धारित किया हैं। पुजारी हितकारिणी सभा के अध्यक्ष गोपाल शर्मा एवं महामंत्री राम शर्मा उर्फ रामू गुरु ने महाकाल मंदिर प्रबंध समिति से यह भी मांग की हैं। श्रावण में भक्तों की भीड़ दर्शन करने के लिए उमड़ती हैं, इसको ध्यान में रखते हुए व्यवस्था बनाई जाए।