उद्दैन। देश में वर्तमान सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं राजनीतिक व्यवस्था में ब्राह्मणों पर आक्रमण, तिरस्कार तथा राजनीतिक सामाजिक रूप से उपेक्षा हो रही है, चाणक्य नीति और सिद्धांत से ही ब्राह्मण विरोधी शक्तियों से सामना किया जा सकता है। उक्त उद्गार संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी ने अयोध्या में चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. कृपा निधान तिवारी के संयोजन में मकर संक्रांति व स्थापना दिवस समारोह में कहे। सम्मेलन को मुख्य रूप से राम जन्मभूमि मंदिर न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के शिष्य महंत कमलनयन दास ने संबोधित किया। सम्मेलन में आर्थिक आधार पर आरक्षण, क्रिमी लेयर व्यवस्था लागू करने तथा एट्रोसिटी एक्ट मेंसंशोधन करने, सवर्ण का गठन करने, समान नागरिक संहिता लागू करने, परशुराम जन्मोत्सव पर राष्ट्रीय अवकाश आदि के प्रस्ताव पारित कर ज्ञापन प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति को भेजा गया।