शिवाजी की प्रेरणा स्त्रोतमां जिजाऊ-डॉ. नेत्रा रावणकर
उज्जैन। वीर जीजाबाई महान मराठा शासक और योद्धा शिवाजी की माताजी थी। जीजाबाई का जन्म 1594 में हुआ था। उनके पिता शाही दरबारी और प्रमुख मराठा सरदार थे। उनके पिता अहमद नगर में निजामशाही की सेवा करते थे। उनका विवाह शहाजी भोंसले से हुआ। दंपती का वैवाहिक जीवन बेहद सुखद था लेकिन उनके परिजनों की आपसी टकराहट ने तनाव को जन्म दिया। जीजाबाई अपने पति के साथ शिवनेरी के किले में रह रही थी। उनकी प्रबल इच्छा थी की मराठों का अपना साम्राज्य हो। उनकी प्रार्थना का फल उन्हें शिवाजी के रूप में पुत्र प्राप्ति से हुआ। शिवाजी का जन्म वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया (1627 ईस्वी) में हुआ था। जीजाबाई शिवाजी को श्री राम, मारुति, श्री कृष्ण के जीवन के बारे में बताती थी और महाभारत, रामायण जैसे ग्रंथों के प्रसंग सुनाती थी। शिवाजी के मन में राष्ट्रभक्ति के बीज बोकर एक आदर्श शासन के रूप में ढालने की कोशिश की। वह न केवल शिवाजी की माँ थी बल्कि प्रेरणा स्त्रोत भी थी।