उज्जैन। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट की फूल बेंच ने वीरेंद्र शर्मा को सीनियर एडवोकेट घोषित किया। प्रदेश में करीब 1.25 लाख रजिस्टर्ड वकील हैं। संभाग में लगभग 3 हजार से अधिक रजिस्टर्ड वकील हैं। आजादी के बाद से संभाग के सबसे कम आयु में सीनियर एडवोकेट बनने में वीरेंद्र शर्मा पहले हैं। वे क्रिमिनल मामलो के जानकार हैं। 50 से ज्यादा न्याय पुस्तकों में उनके न्याय दृष्टांत छप चुके हैं। विधि व्यवसाय में श्रेष्ठ कार्य करने पर सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट सीनियर एडवोकेट की पदवी दी जाती है। श्रेष्ठतम विधि सम्मान मिलने पर उन्होने महाकाल, माता पिता का आशीर्वाद लिया व अपनी पत्नी को श्रेय दिया। मुख्य न्यायाधिपति एवं समस्त न्यायमूर्ति हाईकोर्ट के आशीर्वाद मिलने पर आभार जताया। शर्मा को एक मित्र ने सलाह दी की आप अपना पता इंदौर का डालो। तब शर्मा ने उसे जवाब दिया था उज्जैन से महाकाल जुड़े हैं। राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मिस इंडिया निकिता पोरवाल ने बधाई दी।