उज्जैन। अगर हम छात्रों में रचनात्मकता का विकास करना चाहते हैं तो हमें ब्लूम टेक्सोनोमी का उपयोग करना होगा।विद्यार्थियों को शिक्षा से रचनात्मक स्तर तक पहुंचाने के लिए बहुत से औजारों की आवश्यकता होगी। माधव कॉलेज में इस के लिए मेगा कार्यक्रम शुरु कर रहे हैं। यह उद्गार प्राचार्य डॉ. कल्पना सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा हम छात्रों को कक्षा में कुछ नया देते हैं तो वे हमारी तरफ आकर्षित होंगे। माधव विज्ञान महाविद्यालय के रसायन विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ ब्रजेश पारे ने कहा कि ब्लूम्स टेक्सोनोमी एक अमेरिकी वैज्ञानिक ब्लूम्स के नाम से शिक्षा अधिगम वर्गीकरण है। डॉ पारे ने पावर पॉइंट के माध्यम से अपनी बात को समझाया। संचालन डॉ जफर महमूद ने किया। डॉ. राजश्री शेठ ने स्वागत वक्तव्य दिया। सरस्वती वंदना डॉ नलिनी तिलकर ने की। डॉ.एलएस गोरसिया ने आभार माना।