उज्जैन। लापरवाही पूर्वक ईलाज करने से 8 साल की मासूम बच्ची को विकलांग कर देने वाले डॉक्टर आलोक सोनी ने दबंगई का परिचय दिया है। अभय यादव द्वारा स्वयं मामले पर संज्ञान लिया गया। क्लीनिक सील करते हुए 1 माह तक प्रैक्टिस पर रोक लगाई। लेकिन डॉ. आलोक सोनी ने कार्रवाई के 10 दिन बाद ही सील क्लीनिक खोल लिया। मामले में परिजनों ने सीएमएचओ को शिकायत की है। नईखेड़ी के सोहनसिंह कुशवाह ने आरोप लगाया कि उनकी आठ वर्षीय बेटी के पैर में चोट आने पर चैरिटेबल अस्पताल में इलाज के दौरान डॉ. आलोक सोनी ने बालिका के पैर पर प्लास्टर चढ़ा दिया। डॉक्टर की लापरवाही के चलते बालिका का पैर खराब हो गया। मामले में मुख्यमंत्री के परिवार से अभय यादव ने संज्ञान लिया तथा मौके पर एसडीएम लक्ष्मीनारायण गर्ग व एएसपी नीतेश भार्गव पहुंचे।