मार्गशीर्ष अमावस्या 1 दिसंबर को
उज्जैन। मार्गशीर्ष अमावस्या 1 दिसंबर को होगी। वैदिक पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष अमावस्या 30 नवंबर को सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और समापन 1 दिसंबर को सुबह 11.51 बजे होगा। ज्योतिर्विद पं. अजय कृष्ण शंकर व्यास के अनुसार मार्गशीर्ष अमावस्या रविवार को उदयात तिथि में मनाई जाएगी। पवित्र नदी, तीर्थ में स्नान, तर्पण, दान, पुण्य का महत्व सूर्योदय तिथि अमावस्या के दिन मिलता है। श्रध्दालु ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर भगवान विष्णु की पुजा करते है। सुर्य को अर्ध्य देकर पितृ तर्पण व दान करते है। यह दिन पितरों को याद करने और उन्हें सम्मान देने के लिए होता है। अमावस्या के दिन पितृदेवों की पूजा की जाती है। अमावस्या के दिन स्नान, जाप और व्रत करने से ऋण और पापों से मुक्ति मिलती है। मार्गशीर्ष महीना भगवान श्रीकृष्ण (विष्णु) का प्रिय होने से अमावस्या का महत्व और पुण्य बढ़ जाता है।