उज्जैन। इतिहास के प्रत्येक कालखंड में उज्जैन महानगरी है। इसका नाम उज्जैन क्यों है? उज्जैन को उज्जैन का नाम देने वाले चक्रवर्ती सम्राट अशोक (बौद्ध धर्म के दुनिया में प्रवर्तक अवंति राज्य के गवर्नर सम्राट अशोक) ने इसे उज्जैन का नाम दिया। सम्राट अशोक के पुत्रों ने पूरी दुनिया में बौद्ध धर्म को स्थापित किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता माली व सैनी समाज विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र सांखला ने केंद्रीय पर्यटन विकास मंत्रालय एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से अनुरोध किया है कि सम्राट अशोक को इतिहास में जीवित करें। भारत का सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप उज्जैन में क्षतिग्रस्त है। यह पुरातात्विक क्षण को दर्शाता है। सम्राट अशोक ने ही नगर को उज्जैन का नाम दिया। क्योंकि यह उनके पुत्र का नाम था। वह ही दुनिया के मानचित्र से अलग क्यों है।

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