उज्जैन। माधुरी ने स्केलर के ज़रिए अपस्किलिंग प्रोग्राम पूरा करने के बाद रेज़रपे में नौकरी पाई। बाद सफलतापूर्वक डेटा एनालिस्ट का करियर चुना। उन्होंने फिनांशियल एनालिस्ट के तौर पर करियर किया,लेकिन उन्हें जल्द ही अहसास हो गया कि उनका कौशल उद्योग की बदलती मांगों के अनुरूप नहीं हैं। अपने करियर की संभावना को बेहतर बनाने के लिए माधुरी ने बेहतर विशेषज्ञता और मनचाही नौकरी हासिल करने के लिए ज़रूरी कदम उठाए। माधुरी ने अपना बचपन उज्जैन में बिताया।मार्केटिंग में रुचि होने के कारण उन्होंने कॉमर्स की पढ़ाई की और बाद में मार्केटिंग में मास्टर डिग्री लेने के लिए इंदौर चली गईं। माधुरी को अमेरिकी सेवा कंपनी में फिनांशियल एनालिस्ट के रूप में नौकरी मिल गई। लेकिन वह असंतुष्ट थीं। माधुरी इस स्थिति में बदलाव चाहती थीं। उन्होंने डेटा एनालिटिक्स प्रोग्राम पर रिसर्च करना शुरू किया। दोस्त ने उनका परिचय स्केलर से कराया। स्केलर के व्यापक पाठ्यक्रम और प्लेसमेंट सहायता से प्रभावित होकर, माधुरी ने उनके डेटा साइंस और मशीन लर्निंग प्रोग्राम में दाखिला लिया। स्केलर में शामिल होने के आठ महीने के भीतर माधुरी को एनालिस्ट के पद के लिए रेज़रपे से प्रस्ताव मिला जिसने उसे मार्केटिंग पृष्ठभूमि से टेक्नोलॉजी की भूमिका में संक्रमण के लिए आवश्यक आत्मविश्वास और कौशल प्रदान किया। सुव्यवस्थित पाठ्यक्रम ने उसके कौशल में कमी को प्रभावी ढंग से पाट दिया। पायथन, एसक्यूएल और टेब्लो में उनका प्रशिक्षण डेटा एनालिस्ट के रूप में दैनिक जिम्मेदारियों का अभिन्न अंग बन गया है। माधुरी ने कहा स्केलर का कार्यक्रम, मुझे कौशल बढ़ाने और डेटा एनालिटिक्स में करियर बनाने के लिए आत्मविश्वास हासिल करने के लिहाज़ से महत्वपूर्ण रहा। माधुरी की सफलता पर खुशी ज़ाहिर करते हुए अभिमन्यू सक्सेना ने कहा अपने करियर को आगे बढ़ाने और सफलतापूर्वक एक नए क्षेत्र में जाने के लिए माधुरी का दृढ़ संकल्प सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

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