उज्जैन। समाज व राष्ट्र की सेवा के लिए हम सशक्त और सबल बने। राष्ट्र विरोधी शक्तियों को समूल नष्ट करने का संकल्प लें।उक्त विचार विजय दशमी पर आर्य समाज में वैदिक विद्वान पं. राजेंद्र व्यास ने व्यक्त किए। डॉ आनंद मोहन सक्सेना ने कहा इस पर्व पर शासन को कुकर्मियों को सार्वजनिक दंड देना चाहिए। प्रारंभ में वैदिक मत्रों से विशेष आहुतियो द्वारा राष्ट्र रक्षा यज्ञ किया गया। यजमान के रूप में डॉ. प्रदीप चतुर्वेदी सपत्नीक विराजमान थे। ईश प्रार्थना का वाचन मदनलाल कुमावत ने किया। भजनों की प्रस्तुति संपत पाटीदार एवं डॉ हंसा चतुर्वेदी ने दी। इस अवसर राजेंद्र शर्मा, वेद प्रकाश आर्य, अंबाराम वर्मा, नरेंद्र भावसार, गोपाल सोनी, श्री सिलोदिया, रमेश पाटीदार, रामप्रसाद मालाकार, नटवरलाल शर्मा उपस्थित थे। संचालन डॉ ललित नागर ने किया और आभार सुरेश पाटीदार ने माना।