उज्जैन। संजा हमें समरसता सिखाती है, इसमें बनी आकृतियां हमें प्रकृति के प्रति प्रेम, बुजुर्गों का आदर, अतिथि सत्कार एवं समान भाव सिखाती है। यह उद्गार शीला व्यास ने संजा लोकोत्सव में लेक्चर डेमोंस्ट्रेशन मे व्यक्त किए। इस अवसर पर विशेष अतिथि संजय शर्मा उपस्थित थे। संयोजक प्राचार्य अर्पण भारद्वाज ने किया। संस्था की मानसेवी निदेशक डॉ.पल्लवी किशन ने छात्रों को लोक परंपराओं और संस्कृति के प्रति स्वयं में गौरव का भाव जगाने की बात कही।