उज्जैन। बड़नगर रोड़ स्थित बाबा धाम मंदिर में कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा शुरु हुई। श्रीमद् भागवत पोथी यात्रा मंदिर से प्रारंभ हुई तथा विभिन्न मार्गों से होती हुई पुनः मंदिर पहुंची। 21 सितंबर तक चलने वाली इस कथा में पहले दिन अनंत महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंदपुरी ने कथा का महात्म्य बताते हुए कहा कि हमारी जिव्हा से निंदा होती है तो आत्मा तक जाती है। आत्मा का संबंध परमात्मा से होता है। भागवत सुनो तो हमे किसी की निंदा नहीं करना चाहिए। स्वामी प्रेमानंदपुरी ने कहा कि मनु स्मृति में लिखा है पाप के चार चरण है। पहले चरण में पाप धन देता है, दूसरे चरण में ऐश्वर्य, तीसरे चरण में यश और कीर्ति तथा चौथे चरण में जिस तरह हेलिकॉप्टर टपकता है उपर से वैसे ही समूलतः नष्ट कर देता है। कथा आयोजक गुलाब ठाकुर एवं श्रीबाबा धाम मंदिर सचिव महंत आदित्य पुरी ने बताया कि स्व. पंजुमल ठाकुर की प्रेरणा से पितृदोष समाप्त कर मोक्ष प्रदान करने वाली श्रीमद् भागवत कथा सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक की जा रही है। 16 सितंबर को भगवान कपिल का जन्म, 17 सितंबर को नृसिंह भगवान प्राकट्य होगा। कथा के दौरान वृंदावन के कलाकारों द्वारा झाकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। 18 सितंबर को कृष्ण जन्मोत्सव,19 सितंबर को गोवर्धन पूजा एवं छप्पन भोग, 20 सितंबर को गरबा, रासलीला व, श्रीकृष्ण-रूक्मणी विवाह उत्सव, 21 सितंबर को सुदामा चरित्र, कथा विश्राम, व्यासपीठ पूजन होगा।