उज्जैन। जैन समाज द्वारा पर्युषण में भगवान महावीर का जन्म महोत्सव मनाया गया। श्री राजेंद्र सूरि जैन ज्ञान मंदिर नमकमंडी में साध्वी डॉ अमृतरसा एवं साध्वीवृन्द की प्रेरणा से त्रिस्तुतिक श्री संघ-नमकमंडी के श्री संघ ने परमात्मा एवं गुरूदेव का शिखरबद्ध जिनालय बनवाने का संकल्प लिया। भक्तों नें पालनाजी घर पर ले जाने तथा दादा गुरूदेव की आरती की ऐतिहासिक बोली बोलकर यह सिद्ध कर दिया कि भक्त अपने देव-गुरू के लिए सर्वस्व समर्पण कर सकते है। उज्जैन के इतिहास मे पहला अवसर है जब गुरूभक्तों नें चढ़ावे की इतनी बड़ी बोली बोली। सामूहिक स्नात्र, परिक्रमण, पूजन के बाद साध्वीजी ने जन्म वांचन किया। अक्षत से भगवान को वधाया। भगवान की पालनाजी मे पूजन-आरती की गई। सभी को केसर के छापे लगाए गए। एक दूसरे को खोपरा खिला कर खुशियों मनाई गई। पूर्व विधायक पारस जैन, माणकलाल गिरिया, शांतिलाल रुनवाल एवं श्रीसंघ अध्यक्ष राजबहादुर मेहता भी भक्ति में लीन थे। 7 सितंबर को सवत्सरी मनाई जाएगी।।