उज्जैन। प्रभारी कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत जयति सिंह ने स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा उपायों की समीक्षा बैठक ली। मुख्य सचिव वीरा राणा ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षा प्रबंधों के दिशा-निर्देश दिए थे। बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में संचालित चिकित्सकीय संस्थानों में चिकित्सकों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए गतिविधियों के बारे में समीक्षा की गई। सिंह ने निर्देश दिए कि ऐसे स्वास्थ्य संस्थान जहां सौ बेड से अधिक हैं, वहां गूगल फार्म के माध्यम से सेल्फ ऑडिट रिपोर्ट लें। अगले पांच से सात दिनों में जिले में इनका पालन सुनिश्चित किया जाए। कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम-2013 के तहत समस्त चिकित्सा संस्थानों में आन्तरिक परिवाद समितियों (आईसीसीएस) की स्थापना अनिवार्य रूप से की गई है। जिले के समस्त बीएमओ यह सुनिश्चित करें कि उनके अधिकार क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाली
स्वास्थ्य संस्थाओं में आईसीसीएस की क्या स्थिति है, समितियों की समय-समय पर ट्रेनिंग आयोजित
करवाई जाए।