उज्जैन। भगवान श्री कृष्ण के ससुराल मित्रविंदा धाम आश्रम में जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। यहाँ मंदिर में ब्रज की रास मंडली प्रस्तुति देगी। इस दौरान मंदिर को सजाया जाएगा | फलहारी प्रसादी बांटी जाएगी। गिरीश गुरु ने बताया कि शिक्षा स्थली की एक पहचान के भगवान श्री कृष्ण की ससुराल के रूप में भी है। उज्जैन की राजकुमारी मित्रविंदा से उनका विवाह हुआ था। श्रीमदभागवत पुराण और विष्णु पुराण में वर्णित कथा के अनुसार मित्रविंदा राजा जयसेन की पुत्री थी |मित्रवृंदा धाम के गादीपति गुरू गिरीश शर्मा बताते हैं कि नकारात्मक तरंगों से बचाने के लिए मोरपंख बहुत ही सार्थक है। भक्त विवेक गुप्ता, धीरज यादव ने बताया कि जन्माष्टमी पर मित्र वृंदा धाम पर फलाहार बांटा जाएगा। भक्त अतित अग्रवाल ने बताया कि भजन संध्या होगी।