उज्जैन। कन्या माध्यमिक विद्यालय नलिया बाखल में जन्माष्टमी की पूर्व बेला में प्रधानाचार्य शैलेंद्र व्यास ने कहा कि दक्षिण से उत्तर को जोड़ने वाला नाम श्रीराम है तो पूरब से पश्चिम को जोड़ने वाला नाम श्रीकृष्ण है। कृष्ण भक्ति का केंद्र है। श्री कृष्ण का पांचजन्य शंख संपूर्ण जीवन में संयम का प्रतीक है, बांसुरी मन की शांति, मोरपंख-सौंदर्य बोध, वेजयंती-प्रेम की भेंट, चंदन- ताजगी, गोवर्धन पर्वत- संरक्षण, रासलीला-आनंद, विराट रूप-ऊर्जा का सूचक, सुदर्शन चक्र- आंतक की समाप्ति का प्रतीक है।
अध्यक्ष वरिष्ठ शिक्षिका लता शिंदे थी। वरिष्ठ शिक्षिका रेणुका मंडावरा, संयोजिका मनीषा गुप्ता एवं प्रियंका सोलंकी ने बताया कि इस अवसर नृत्य स्पर्धा, राधा कृष्ण प्रतियोगिता एवं आतंक के प्रतीक के सफाए के रूप मे मटकी फोड़ प्रतियोगिता हुई। संचालन विष्णु प्रसाद सोलकी ने किया। आभार राकेश जोशी ने माना।