उज्जैन। उज्जैन में कृष्ण जन्माष्टमी पर कई कार्यक्रम होंगे। कृष्ण के सभी धार्मिक स्थलों पर जन्माष्टमी की तैयारियां है। कृष्ण की शिक्षा स्थली व 14 विद्याएं और 64 कलाएं सीखी थी, ऐसे सांदीपनि आश्रम में जन्माष्टमी की तैयारियां की गई है।  सांदीपनि आश्रम के प्रमुख पुजारी पं. रूपम व्यास ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन सुबह 7 से रात 11 बजे तक श्रद्धालु लाइन में लगकर दर्शन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव  महाआरती में शामिल होंगे। श्रद्धालु रात 1 बजे तक दर्शन कर सकेंगे। 25 से 27 अगस्त तक संस्कृति विभाग नारायण धाम में श्री कृष्णा आख्यान की कला अभिव्यक्तियां थीम पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगा। 26 अगस्त को धार के श्वेता गुंजन जोशी और साथी द्वारा भक्ति गायन तथा मथुरा के गिरधर गोपाल शर्मा और साथी द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी। बड़े गोपाल मंदिर के प्रशासक अजय धनके ने बताया कि महाकाल की सवारी और कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व एक ही दिन होने से श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थलों के विकास की जो योजना बनाई है, श्री कृष्ण पाथेय इसी का अनुगमन करते हुए इस्कॉन के स्वामी भक्ति प्रेम महाराज ने कृष्ण बलराम रथ उन मार्गों पर चलाने का संकल्प लिया है, जिस पर से श्री कृष्णा गुजरे थे। जन्माष्टमी पर इस्कॉन मंदिर से कृष्णा सांदीपनि सुदामा यात्रा सुबह 9 से 10 बजे के बीच आरंभ होगी।

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