उज्जैन। हरसिद्धि मंदिर के पीछे स्थित रामेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में नागपंचमी पर धार्मिक अनुष्ठान हुए। यहां डॉ विशाल लक्ष्मीकांत शुक्ल ने रामेश्वर महादेव का पंचामृत अभिषेक कर महा भोग लगाया। नाग पंचमी पर पं. डॉ विशाल लक्ष्मीकांत शुक्ला के आचार्यतत्व में सामूहिक कालसर्प दोष एवं पित्र दोष पूजा हुई। शुक्ल के अनुसार नाग पंचमी पर दुर्लभ योग बने।
मान्यता है कि रामेश्वर महादेव की स्थापना राम ने वनवास के दौरान की थी। नाग पंचमी पर देश सहित विदेश से सैकड़ो श्रद्धालु यहां कालसर्प दोष की पूजा के लिए आए।