उज्जैन। हमारी विचारधारा पुरानी मान्यताओं से बहुत हेर-फेर रखती है। उनमें अमूल चूल परिवर्तन है। विश्व की समस्याओं के समाधान में हमारी महती भूमिका होगी। यह बात रामचंद्र गायकवाड़ (व्यवस्थापक गायत्री शक्तिपीठ भोपाल) ने गायत्री शक्तिपीठ पर उपजोन स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला में कही।उन्होने कहा कि युग निर्माण सूक्ष्म जगत में हो चुका है इसे धरती पर उतरने के लिए प्राणवानों की आवश्यकता है। शक्तिपीठ भोपाल से आए दिनेश देशमुख ने संगठन का महत्व बताया।
गायत्री शक्तिपीठ पर एक दिनी प्रशिक्षण कार्यशाला में उपजोन के सभी 6 जिलों उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर और शाजापुर के जिला समंवयक एवं सभी 46 तहसीलों के समंवयक और सह समंवयकों ने भाग लिया। उपजोन समंवयक महेश आचार्य ने विदाई पाथेय दिया। प्रांतीय युवा समंवयक विवेक चौधरी ने भी अनुरोध किया कि युवाओं को व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए अपने साथ एक दो युवाओं को साथी के रूप में क्षेत्रीय कार्यक्रमों में ले जाएं।