महाकाल में मराठियों को क्यों नहींं पूछा जाता
उज्जैन। महाकाल में मराठियों को नहींं पूछा जाता, क्योंकि मराठी यहां के हैं और कभी भी हक जता सकते हैं। मराठियों को यहां केवल डरा-धमका कर रखा जाता है। मराठी पुजारी हो गए तो इनका क्या होगा।
महाकाल में मराठियों को क्यों नहींं पूछा जाता
उज्जैन। महाकाल में मराठियों को नहींं पूछा जाता, क्योंकि मराठी यहां के हैं और कभी भी हक जता सकते हैं। मराठियों को यहां केवल डरा-धमका कर रखा जाता है। मराठी पुजारी हो गए तो इनका क्या होगा।