उज्जैन। तहसीलदार ने लोटी स्कूल परिसर स्थित भूमि पर लगभग 10 उद्योगपतियों को नोटिस जारी कर बेदखली का कहा था। जिसके विरोध में उद्योगपती 23 जुलाई को दोपहर लगभग 12ः45 बजे जनसुनवाई में कलेक्टर के पास पहुंचे। तहसीलदार द्वारा की जा रही कार्रवाई के विरोध में प्रतिवेदन देना चाहा तो कलेक्टर ने प्रतिवेदन लेने से साफ इंकार कर दिया। उद्योगपतियों ने कहा कि उक्त भूमि पर लकड़ी के फर्नीचर बनाने का उद्योग, लोहे की अलमारियों का उद्योग, तेल मशीन बनाने का उद्योग, इंडस्ट्रियल फेब्रिकेशन, लेथ मशीन, केमिकल बनाना, पेपर रिसाइकिलिंग प्लांट, 40 वर्षों से नियमित कार्यरत है। उद्योग संचालकों ने अनुरोध किया कि स्थापित इकाइयों को वैकल्पिक स्थान उपलब्ध करवाए जाने कि योजना के अमल किए जाने तक विस्थापित किया जाए।