उज्जैन। सरपंच अधिकारीयों, कर्मचारियों, पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों की हठधर्मिता के चलते परेशान हैं। सरपंच विकास का कार्य नहीं कर पा रहे हैं। राष्ट्रीय सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विकास के लिए दिन रात एक कर रहे हैं, वहीं उनके गृह जिले में ही अधिकारियों की तानाशाही विकास की राह में रोड़ा बनी हुई हैं। महिला सरपंचो को काम करने में बहुत कठिनाइ आती है। जिले में कई सचिव और रोजगार सहायक अपने पंचायत मुख्यालय पर आते ही नहीं हैं। इसके चलते मनरेगा एवं अन्य सभी विकास कार्य तथा जनकल्याण की योजनाओं पर ग्रहण लगा हुआ हैं। राष्ट्रीय सरपंच संघ ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह के भीतर जिले की ग्राम पंचायतों को इन समस्याओं से निजात नहीं दिलवाई गई तो राष्ट्रीय सरपंच संघ सभी सरपंचो के साथ जिला पंचायत पर आंदोलन, घेराव, धरना प्रदर्शन करने पर बाध्य होगा।