उज्जैन। महिलाएं परिवार की रीढ़ होती हैं। उन्हें शारीरिक एवं मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य रहना अनिवार्य है। गायत्री शक्तिपीठ पर हुए महिला जागृति सम्मेलन में रश्मि श्रीवास्तव ने अनुरोध किया कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए मोटापे को नहीं बढ़ने देना है। घर में भोजन में तेल की खपत 10 प्रतिशत कम करें। माधुरी सोलंकी ने घर में साधनात्मक वातावरण बनाने, मानसिक स्वास्थ्य और आत्मबल की वृद्धि के लिए नवरात्रि में गायत्री साधना से जोड़ने के लिए संकल्प कराया। गायत्री मंत्र लेखन के लिए मंत्र लेखन पुस्तिकाएं दी गई।डॉ. प्रतिभा शर्मा ने आह्वान किया कि माताजी के उद्घोष के अनुसार 21वीं सदी नारी सदी के अनुसार हमें उज्जवल भविष्य के निर्माण लिए अपनी भूमिका चुनना है।