उज्जैन। सनातन धर्म की एकजुटता के लिए शंकराचार्य ने अखाड़ों की स्थापना की थी। उज्जैन में महामंडलेश्वर पद पर आसीन व्यक्ति ने अवैध दस्तावेजों के माध्यम से अवैध तरीके से धन कमाया जिस पर एफआईआर दर्ज हुई। महामंडलेश्वर पद लांछित हुआ हैं। अभा पुजारी महासंघ राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी ने कहा कि सनातन धर्म के ठेकेदार बनने वाले लोग भगवा ओढ़कर लोगों से धोखाधड़ी करते हैं। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष अब क्या करेंगे? पूर्व में मंदाकिनी देवी भी पैसों के लेन देन में गिरफ्तार हो चुकी हैं ओर अब यह नया कांड हुआ हैं। महामंडलेश्वर शांतिस्वरूपानंद पर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज हुई हैं। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष इन पर कोई कार्यवाही करेंगे? दु:ख तो यह है कि मंदाकिनी देवी और शांतिस्वरूपानंद दोनों ही निरंजनी अखाड़े से हैं। पत्र में मांग की गई हैं कि सरकार अपने विशेष अधिकारों का प्रयोग कर इस प्रकार के पद को प्रतिबंधित कर दे।