उज्जैन। संत बाबा उमाकांत ने बताया कि शिवजी को जब संहार करना होगा तो डमरू बजाएंगे। जब वे खुश रहेंगे, तब आपको देंगे। यही नाराज़ जब होंगे, तो तरह-तरह की तकलीफें लाएंगे। इसलिए इनका जो नियम है, उसका सबको पालन करने की जरूरत है। शिव तांडव किसे कहते हैं- अभी आप इस चीज़ को नहीं समझते हो। शिव तांडव में कोई नाच-गाना नहीं होगा। शिव तांडव जब होगा, तब गुहार मचेगी। इसलिए हमेशा होशियार रहने की जरूरत है। चाहे आप सत्संगी। जो देवताओं का नियम है, उसका सभी लोग पालन करो।

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