उज्जैन। समाज सुधार और वेदोद्धार के संवाहक महर्षि दयानंद अज्ञान, अविद्या, पाखंड से लोगों को मुक्त करने आए थे। ऋषि दयानंद का वैदिक दर्शन तर्क और प्रमाण से युक्त था। उक्त विचार गुरुकुल के आचार्य धर्मदेव ने ऋषि जन्मोत्सव पर आर्य समाज मंदिर में व्यक्त किए। आचार्य जीवनप्रकाश आर्य ने कहा महर्षि दयानंद ने धार्मिक क्रांति सामाजिक सुधार, अछूतोद्धार, नारी जाति का उद्धार किया। मुख्य यजमान उपमंत्री ललित नागर एवं आर्यजकों ने देवयज्ञ किया। संचालन डॉ रामप्रसाद मालाकार ने किया। आभार प्रधान सुरेश पाटीदार ने माना।