उज्जैन। संयुक्त राष्ट्र संघ के विश्व शून्य अपशिष्ट दिवस पर विक्रम विश्वविद्यालय में शून्य अपशिष्ट जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष जागरूकता अभियान किया। प्रमुख वक्ताओं ने शून्य अपशिष्ट जीवनशैली की आवश्यकता और पर्यावरण पर इसके प्रभाव को लेकर विचार साझा किए। प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने इस अभियान की अध्यक्षता की। उन्होंने विशेष रूप से भोजन की बर्बादी के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया। प्रो. अनिल कुमार जैन ने भोजन की बर्बादी को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा-भोजन की बर्बादी न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि यह उन लोगों के लिए भी दु:खद है जिन्हें एक वक्त का खाना भी भोजन नहीं मिल पाता।