उज्जैन। मध्य प्रदेश सरकार विकास, शिक्षा और शोध के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। विज्ञान के लिए सौ गुना बजट बढ़ाकर विज्ञान को बढ़ावा दिया। यह महत्वपूर्ण योगदान समाज को विकसित करने की अवधारणा है। अभा विज्ञान भारती के संगठन महासचिव प्रवीण रामदास ने विक्रम उत्सव में प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ एवं विक्रम विश्वविद्यालय के विज्ञान महाकुंभ,अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन एवं विज्ञान उत्सव एवं 40वां युवा वैज्ञानिक सम्मेलन के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उक्त उद्गार व्यक्त किए। रामदास ने कहा की प्रदेश काउंसिल एंड साइंस ऑफ़ टेक्नोलॉजी बहुत समय से नव वैज्ञानिकों को प्रोत्साहन देने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देशन में उज्जैन को साइंस हब बनाने की पहल की जा रही हैं। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि उज्जैन की भूमि से वैज्ञानिकों की सोच और नवाचारों तथा विशेषज्ञ की जो महका विज्ञान महाकुंभ से निकली है वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महकेगी। श्रीराम तिवारी ने अध्यक्षीय रूप में अपना उद्बोधन दिया। प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ अनिल कोठारी मौजूद थे। श्रेष्ठ शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले शोधार्थियों को पुरस्कृत किया गया। प्रारम्भ में डॉ. मनोज कुमार राठौर ने कार्यवृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *