उज्जैन। हम भारत में लोह पुरूष के रूप में सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते है। उसी प्रकार हमारे स्वप्नदृष्टा मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव निरंतर अपनी एक अलग पहचान रख रहे है। डाॅ मोहन यादव ने न केवल उज्जैन अपितु प्रदेश में विकास, ज्ञान, समृद्धि और कौशल विकास के साथ ग्रामीण एवं शहरी क्षैत्रों में अद्भूत अविस्मरणीय और अनुकरणीय कार्य किया है। कृष्ण सुदामा, सम्राट विक्रमादित्य, महर्षि सांदिपनी और महाकाल की कुंभ नगरी उज्जयिनी में जन्में डाॅ. मोहन यादव ने संस्कारित होकर अपना जीवन प्रांरम्भ किया। कभी भी किसी भी कार्य को छोटा नही माना। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ, भाजपा में अपनी एक अलग पहचान बनाई। महिलाओं के आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता के साथ ही सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, पर्यावरण, स्वास्थ, कृषि आदि विविध क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल की। डाॅ. मोहन यादव माधव विज्ञान महाविद्यालय के छात्र है। आज गुरूजनों के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री पद पर आसीन होकर सुशासन के साथ प्रधानमंत्री के विश्वस्त मुख्यमंत्री और विकास पुरूष है।