उज्जैन। विकम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंधन संस्थान में वर्ल्ड डाउन सिंड्रोम डे मना। कार्य परिषद सदस्य प्रो. डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. धर्मेंद्र मेहता, डॉ. डीडी बेदिया और शोधार्थी विद्यार्थियों ने उपस्थिति दी। प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने संदेश में इस नवाचार स्वास्थ्य आयोजन की सराहना की। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि भारत में भी यह समस्या बढ़ रही है। भारत में लगभग 800 से 850 जीवित जन्मों में से एक बच्चा डाउन सिंड्रोम से प्रभावित होता है। डॉ. धर्मेंद्र मेहता ने उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर साल लगभग 30 से 35 हजार बच्चे इस समस्या से प्रभावित होते हैं।