उज्जैन। विश्व गौरैया एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस पर विशिष्ट व्याख्यान हुआ। डॉ. मनमोहन प्रकाश श्रीवास्तव ने व्याख्यान के माध्यम से विद्यार्थियों से चर्चा की। प्रो. श्रीवास्तव ने बताया कि पारिस्थितिकी तंत्र के लिए गौरैया बहुत ज़रूरी हैं। गौरैया का सांस्कृतिक महत्व भी है। हिन्दू मान्यता के अनुसार गौरैया का गृह आगमन शुभता का सूचक है। अपनी बात को बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि यह अति विशिष्ट एवं खूबसूरत संयोग है कि विश्व गौरैया दिवस और प्रसन्नता दिवस साथ में हैं। इस अवसर पर प्रो. अर्पण भारद्वाज ने बताया कि गौरैया की घटती संख्या को रोकने के लिए विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर डॉ सलिल सिंह के साथ डॉ संतोष कुमार ठाकुर, डॉ स्मिता सोलंकी, डॉ गरिमा शर्मा, डॉ शिवी भसीन एवं डॉ शीतल चौहान ने प्रो. श्रीवास्तव और कुलगुरु को धन्यवाद दिया। संचालन समर्थ खरे ने किया। आभार डॉ पूर्णिमा त्रिपाठी ने माना।

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