उज्जैन। समाज में यदि सामाजिक सद्भाव जीवंत रखा है तो वह ब्राह्मण ही है। क्योंकि सर्वे भवंतु सुखिना का विचार केवल ब्राह्मणों ने ही आगे बढ़ाया। उक्त उद्गार अभा ब्राह्मण समाज एवं संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी ने सभी संप्रदाय एवं जातियों के सेवानिवृत अधिकारी कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति सम्मान समारोह में व्यक्त किए। सम्मेलन में यह विशेषता थी कि सभी समाज की 30 हस्तियों का आचार्य चाणक्य शिक्षक सम्मान किया। इस अवसर पर जितेंद्र ओझा, सीताराम शर्मा, हेमंत शुक्ला गुड्डन पांडे मौजूद थे। इस अवसर पर पं. चंद्रशेखर शर्मा भी शामिल हुए। राम कुमार गुबरेले, विजय पाठक, अशोक शर्मा, अशोक दुबे एवं उनके पदाधिकारी गणों से चर्चा की।