उज्जैन। विक्रमादित्य शोध संस्थान, संस्कृति विभाग प्रदेश के विक्रम उत्सव में भारतीय संवत् परंपरा की विशेषताओं पर अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी हुई। पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.विजय मेनन ने भारतीय काल गणना का समर्थन किया। द्वितीय सत्र में कैलाशपति नायक ने समय के भारतीयकरण को विक्रम संवत् के आरंभ दिवस से जोड़ा। उन्होने कहा उज्जैन सूर्योदय के जीरो आवर (घंटा) से दैनिक काल गणना प्रारंभ होना चाहिए। इसका सभी शोधार्थी विद्वानों ने समर्थन किया। समय के भारतीयकरण की मांग नायक पिछले 45 साल से कर रहे हैं। शिष्ट मंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट कर कहा- इस विषय को पूरे देश में प्रसारित किया जाए। संचालन डॉ. मृत्युंजय तिवारी ने किया।

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