उज्जैन। कार्य परिषद में गौरव धाकड़ ने इंडिया के स्थान पर भारत शब्द का प्रस्ताव रखा है। विश्वविद्यालय वेबसाइट से विश्व और उज्जैन में संस्कृत का प्रचार हो। पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय की कार्य परिषद ने इसे मंजूर किया है। प्रदेश के एकमात्र संस्कृत विश्वविद्यालय पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद बैठक कुलाधिपति राज्यपाल द्वारा नामांकित सदस्यों व विजयकुमार व डॉ. दिलीप सोनी की उपस्थिति में हुई। बैठक में सदस्य गौरव धाकड़ द्वारा उठाए मुद्दों पर चर्चा हुई। गौरव धाकड़ ने विश्वविद्यालय के समस्त कार्य व्यवहार व दस्तावेजों से इंडिया के स्थान पर भारत लिखने का प्रस्ताव रखा। जिसे सभी सदस्यों ने पारित किया। सदस्य ने वेबसाईट के माध्यम से एक रिसोर्स पुल विकसित करने का भी प्रस्ताव रखा। सदस्यों ने सर्वानुमति से पारित किया। गौरव धाकड़ ने भारत अध्ययन केंद्र, संस्कृत भारती जैसे संगठनों के साथ शोध नीति के लिए वैचारिक समागम का प्रस्ताव रखा। इसे अकादमिक काउंसिल की ओर प्रेषित कर दिया। सदस्य प्रो. हरीश व्यास ने विज्ञान महाविद्यालय कोमदद का आश्वासन भी दिया। दीक्षांत समारोह 31 मार्च को होगा, जिसमें राज्यपाल, मुख्यमंत्री व गणमान्य विद्वान उपस्थित रहेंगे।