उज्जैन। सिंहस्थ की तैयारियों को लेकर एक और जहां शासन प्रशासन लगा हुआ है, कुछ लोग किसानों को भड़काकर सिंहस्थ मेला क्षेत्र को लेकर बनाए गए प्लान को गला रहे हैं। अभा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने प्रमुख साधु संतों, महामंडलेश्वर से चर्चा के बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से सिंहस्थ की तैयारी को लेकर मेला क्षेत्र के लिए उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा बनाई गई योजना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पंचायती अखाड़ा निरंजनी पर विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारी और प्रतिनिधियों से चर्चा की। मेला क्षेत्र में पक्की सड़के, सीवरेज, नल की लाइन डल जाने से आने वाले समय में जमीन के उपयोग में ही आएंगी। कई संत महंतों, महामंडलेश्वरो के आश्रम आदि बनने से उज्जैन का आर्थिक विकास भी होगा। महाकाल महालोक बनने के बाद उज्जैन में श्रद्धालुओं की जो संख्या बढ़ी उसी प्रकार से रोजगार शुरू हो गए, ऐसा ही मेला क्षेत्र में होगा। रविंद्र पुरी ने किसानों से कहा कि सरकार उन्हें मुआवजा भी देगी। इसको लेकर उनकी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से चर्चा हुई है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने सभी किसान संगठनों से आग्रह किया कि वह किसी भी प्रकार के आंदोलन, जलसा, प्रदर्शन से पहले प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा करें। अखाड़ा परिषद की मांग पर ही मेला क्षेत्र में कार्य हो रहा है।

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