उज्जैन। बीते माह में तनाव ग्रस्त आउटसोर्स कर्मचारियों की हो रही है मृत्यु आउटसोर्स कर्मचारियों की मृत्यु साइलेंट अटैक आने के कारण हो चुकी है। कर्मचारियों के परिवार से बात करने पर इसका कारण लंबे समय तक कार्य करना, वेतन समय पर नहीं होना एवं आर्थिक स्थिति कमजोर होने से जुझना सामने आया है। आउटसोर्स कर्मचारी संघ के संभाग एवं जिला अध्यक्ष गुलशन मंसूरी के नेतृत्व में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से भेंट कर उक्त जानकारी दी। आकस्मिक मृत्यु होने वाले कर्मचारियों में शिक्षा विभाग के मोहित राठौड़, विद्युत मंडल के शेखर राठोर, अरुण बैरागी, चिमनगंज मंडी के गोवर्धन सोनगरा की हृदय घात से व भगवान सिंह कटारिया की एक्सीडेंट से मृत्यु हो गई। पांचों आउटसोर्स कर्मचारियों की मृत्यु युवावस्था में ही हुई है। संघ ने कलेक्टर से मुख्यमंत्री सहायता कोष एवं अन्यकोष से 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की। भामसं, राज्य कर्मचारी संघ एवं आउटसोर्स कर्मचारी संघ ने राशि एकत्रित कर इन कर्मचारियों के परिवार को दी। शासन की ओर से इन लोगों को कोई मदद प्राप्त नहीं हुई है। ज्ञापन के दौरान वर्षा कछवाय, शैलेंद्र सिंह ठाकुर, शिवांग तिवारी, देवेंद्र पांचाल, अलीम पठान सहित कोठी महल के आउटसोर्स कर्मचारी उपस्थित थे।