उज्जैन। डीआईसीसीआई अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैया ने कहा है-यह बजट भविष्य की चुनौतियों से निपटने के संकल्प को दर्षाता है। एमएसएमई की नई परिभाषा, कौशल विकास के नए आयाम, लघु उद्योग ऋण के लिए क्रेडिट गारंटी की कवरेज लिमिट 10 करोड़ तक बढ़ाना, स्टार्टअप के लिए 10 हजार करोड़ की अतिरिक्त सहायता, पहली बार के उद्यमियों के लिए 2 करोड़ तक की ऋण के लिए नई योजना, सूक्ष्म उद्योगों के लिए 5 लाख तक की लिमिट वाले क्रेडिट कार्ड योजना, इस बजट के मुख्य आकर्षण है। इससे छोटे उद्योगों को मदद मिलेगी। फुटवेयर और लेदर सेक्टर और खिलौना इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा। कृषि योजना, केसीसी की लिमिट बढ़ाने जैसे फैसले भी सराहनीय हैं।