उज्जैन। प्रयाग कुंभ में भगदड़ जैसी दुर्घटना हुई। ऐसी कोई दुर्घटना या हादसा सिंहस्थ 2028 में नहीं हो, इसके लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को अभा पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी ने सुझाव पत्र भेजा हैं। पत्र में उल्लेख किया कि आने वाले सभी श्रद्धालुओं के साथ समान व्यवहार किया जाए। तेरह अखाड़ों की बड़ी पेशवाई, वैभव प्रदर्शन और अपनी ताकत दिखाते हुए रामघाट पर जाकर स्नान किया जाता है, तब आम श्रद्धालु में रामघाट पर स्नान के लिए दबाव बढ़ता है जो भगदड़ ओर हादसे के कारण हो सकते हैं। पुजारी महासंघ ने सुझाव दिया कि स्नान के समय अखाड़ों की पेशवाई को बंद किया जाना चाहिए। रामघाट पर सर्व प्रथम केवल शंकराचार्यों को ही स्नान की अनुमति दी जाना चाहिए। यदि सरकार उपरोक्त सुझाव सिंहस्थ 2028 में लागू करती हैं तो निश्चित ही भगदड़ या अव्यवस्था नहीं होगी।