उज्जैन। देवास-बदनावर, उज्जैन-गरोठ एवं प्रस्तावित उज्जैन-जावरा राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण मेंं किसानों एवं आसपास के रहवासियों की समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया गया है। पूर्व आईएएस डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर आरोप लगाते हुए कहा पत्र लिखकर उनसे सवाल पूछे हैं कि वे किसानों एवं राजमार्ग के आसपास के रहवासियों की उपेक्षा कर रहे हैं। किसानों को दुगना मुआवजा देने की बात कही जाती है परंतु वास्तव में उन्हें बाजार मूल्य का 25 प्रतिशत भी नहीं मिलता। राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ किसानों एवं आसपास के रहवासियों की आने जाने एवं पानी निकासी से संबंधित जो समस्याएं है। इंगोरिया चौपाटी से बलेड़ी भेंसला चौपाटी एवं सरसाना जोड़ तक सर्विस रोड बनाने के संबंध में क्या निर्देश दिए? सपाक्स के प्रवक्ता जेआर माहुरकर ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में दोनों तरफ के प्रधानमंत्री सड़कें, पीडब्ल्यूडी एवं पंचायत सड़कों से मिट्टी, मोरम और गिट्टी डंपरों द्वारा ट्रांसपोर्ट की जाती है, जिससे आसपास की सभी सड़कें बर्बाद हो गई है।