उज्जैन। वर्तमान पत्रकारिता भटक रही है। मध्यप्रदेश के लगभग सभी समाचार पत्र मेरे सामने ही प्रकाशित हुए हैं। पत्रकारिता में मैंने इतना लिखा है जिससे पुस्तकें बन सकती हैं। उपरोक्त उद्बोधन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रेमनारायण नागर ने राष्ट्रीय पत्रकार मोर्चा के रजत जयंती समारोह के दौरान व्यक्त किए। दैनिक अग्निपथ के संपादक अर्जुन सिंह चंदेल ने कहा कि पत्रकारिता 1780 से चल रही है। देश के समाचार पत्रों पर उद्योग घरानों ने कब्जा कर लिया। पत्रकार इस दौर में भी अपनी पहचान बनाने के लिए अध्ययन करें एवं लेखनी से सीखें। पूर्व सांसद सत्यनारायण पंवार ने कहा कि पत्रकारों को काफी कठिनाईयां होती है। पत्रकार राजें द्र सिंह चौहान ने कहा कि पत्रकार देश एवं जनता के लिए कलम चलाते रहें। अतिथियों ने सरस्वती प्रतिमा के सामने द्वीप प्रज्जवलित किया। स्वागत क्रांति कुमार वैद्य, प्रदीप जैन, पवन खैर, मुकेश बेदी, लक्ष्मण पाठक, एवं अन्य पत्रकारों ने किया। इसके बाद मोर्चा के महानियंत्रक केसी यादव ने समारोह की रूपरेखा प्रस्तुत की। पत्रकार सुरक्षा अधिनियम, राष्ट्रीय मीडिया आयोग, पत्रकार कल्याण योजना, जनसम्पर्क  अधिमान्यता नियम बदले, एनजेएफआई आयोग मान्य हो, सम्मान निधि राशि बढ़ाएं एवं पत्रकारों की अन्य समस्या संबंधी विषयों पर चर्चा हुई। समारोह में श्री यादव ने घोषणा करते हुए कहा कि शीघ्र ही स्वामी विवेकानंद प्रेस भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पत्रकार सेवा प्रकोष्ठ बनाया गया है। मंचासीन अतिथियों एवं पत्रकारों को प्रतीक चिह्न, संवाद वीर सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। संचालन अरविन्द जैन ने किया एवं आभार माना।

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