उज्जैन। माइनस डिग्री में भी जय हिन्द। ये गर्म खून के दिन हैं, जांबाज सैनिकों के लिए यह मई जून के दिन हैं। सरल काव्यांजलि की मासिक गोष्ठी में कवि संतोष सुपेकर ने उक्त पंक्तियाँ पढ़ी। सचिव मानसिंह शरद ने बताया मुख्य अतिथि डॉ. शिव चौरसिया थे। विशेष अतिथि डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा, डॉ. हरिमोहन बुधोलिया थे। डॉ. पुष्पा चौरसिया, डॉ. नेत्रा रावणकर, आशीष श्रीवास्तव अश्क, हाकम पांचाल, हर्ष सैनी आदि मौजूद थे।