ज्ञान महाकुंभ के अमृत से देश की शिक्षा को नई दिशा मिलेगी-मोर्य
उज्जैन। देश में आध्यात्मिक चेतना जगाने के इस पुण्य स्थान संगम पर देश की शिक्षा व्यवस्था से जुड़े प्रत्येक घटक की सहभागिता के साथ ज्ञान महाकुंभ के अमृत से देश की शिक्षा को नई दिशा मिलेगी। भारत की शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन लाने का शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का प्रयास है। यह बात उत्तरप्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कही। उन्होंने कहा कि संस्कार विहीन शिक्षा का कोई अर्थ नहीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा महाकुंभ में शिक्षा और समाज का संगम होगा ।
विश्व जागृति फाउंडेशन के डॉ. वागीश स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा के आलोक में चिंतन मंथन करने के उपरांत समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया जाएगा। समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रचारक रमेश कुमार ने कहा-भारतीय परंपराएं सदा से ही अपने आप में अनोखी और सामाजिक समरसता को बल देती रही हैं। आचार्य ललित त्रिपाठी ने महाकुंभ को ज्ञान महाकुंभ से जोड़ते हुए कहा-ज्ञान से बड़ा कोई अमृत नहीं। न्यास के क्षेत्रीय संयोजक डॉ जफर महमूद ने बताया कि भारत के जन-जन में व्याप्त पंचतत्व प्रकृति प्रेम और धर्म जागरण को एक राष्ट्रव्यापी सांस्कृतिक उत्सव के रूप में ज्ञान महाकुंभ हो रहा है।