उज्जैन। दुनियां में चल रहे युद्ध और गृहयुद्ध की विभीषिका के बीच विश्व शांति और सुरक्षा के लिए नव वर्ष पर उमाकांत ने विश्व के प्रभावशाली राजनेताओं और धर्म प्रमुखों को विशेष संदेश दिया। कहा कि देश-दुनियां में चल रहे युद्धों को रोको। विश्व के सभी देश एक साथ ना आ सकें तो ये जो चार प्रभावशाली देश जैसे अमेरिका, रूस, चीन और भारत देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति जो प्रमुख हैं, यह अगर इकट्ठा हो जाएं तो यही इतिहास बना सकते हैं। महाराज ने बताया कि ज्यादातर लड़ाइयां ज़र, ज़मीन और जोरू के पीछे ही हुई हैं। युद्ध के जितने भी हथियार बना लिए गए हैं, यह सब नष्ट कर दिए जाएं। सब लोगों को एक जगह पर बैठकर शान्ति की रूपरेखा बना लेनी चाहिए। समर्पित भाव से जनता की सेवा करो। जिस काम के लिए जनता ने आपको भेजा है, जिस काम की उम्मीद देश-दुनिया को आपसे है, उसके लिए इकट्ठा हो जाओ।