उज्जैन। बढ़ती उम्र और व्यस्त जीवनशैली के कारण घुटनों से जुड़ी समस्याएं आ रही है। इसी से जूझ रही एक महिला की पार्शियल/यूनीकॉडीलरी नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई। सर्जन डॉ. हेमंत मंडोवरा एवं उनकी टीम ने यह सर्जरी की। उज्जैन और आसपास के 20 से अधिक प्रशिक्षु ऑर्थोपेडिक सर्जन, अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर और मरीजों के परिजन भी मौजूद थे।
डॉ. मंडोवरा ने बताया कि हर मरीज को टोटल नी रिप्लेसमेंट की आवश्यकता नहीं होती। माइक्रो सर्जरी के जरिए केवल प्रभावित भाग को बदलने वाली पार्शियल नी रिप्लेसमेंट तकनीक आज चिकित्सा विज्ञान का एक बेहतरीन विकल्प है।