उज्जैन। छात्र-छात्राओं ने भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा दी। व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों की पुनर्स्थापना एवं अभिवर्द्धन करने के लिए भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा हुई। शनिवार को पूरे प्रदेश में हुई इस परीक्षा का प्रमुख उद्देश्य छात्र-छात्राओं में सांस्कृतिक गौरव बोध, वैज्ञानिक अध्यात्मवाद का प्रतिपादन एवं भारतीय ऋषियों- वैज्ञानिकों के शोध कार्यों का ज्ञान एवं जीवन जीने की कला को आत्मसात कराना है। परीक्षा के जिला समंवयक श्यामलाल जोशी के अनुसार इस वर्ष जिले के लिए परीक्षा में 10 हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिले 170 विद्यालयों में 16 हजार विद्यार्थी ने परीक्षा दी। परीक्षा 5 वीं से 12वीं कक्षा के लिए 8 समूहों में ओएमआर शीट पर हुई। नौनिहालों में भारतीय संस्कृति के बीजारोपण का यह अध्यापकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों का मिला-जुला प्रयास है। परीक्षा के बाद इन विद्यालयों में भागीदारी करने वाले छात्रों के बीच जन्म दिवसोत्सव, ज्ञान दीक्षा आयोजन, संस्कृति मंडलों का गठन आदि अभियान चलाए गए। सभी सहयोगी प्राचार्यों, अध्यापकों, अभिभावकों और परिजनों का परीक्षा के सफल संचालन में सहयोग के लिए आभार माना गया।